धूमधाम से मनाया आदिवासी संस्कृति का महापर्व भगोरिया हाट,क्षेत्रीय विधायक बाला बच्चन जी हुए शामिल समाजजनो के साथ जमकर थिरके.
अंजड. ( मध्य प्रदेश से सचिन पटेल की रिपोर्ट)
अंचल में इन दिनों भगोरिया हाट की धूम है!
संस्कृति आभूषणों अलग-अलग रंगो वाली रंग बिरंगी पोशाक पहने युवतियां वहीं दूसरी और गमछा, पगड़ी बंधे, बांसुरी की तान सुनाते, अल्हड़ मस्ती में कुर्राते देते हैं युवक, फिर क्या बच्चे,बड़े, युवा स्त्री और पुरुष हर कोई अपनी मस्ती मे मांदल थाप की पर थिरकता हुआ, कपोल कल्पित रंग फिरंगी दुनिया की यह तस्वीर आज अंजड के ठीकरी रोड स्थित दशहरा मैदान में देखने को मिली!
जहां पर सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले आदिवासी संस्कृति के महापर्व भगोरिया हाट पर मांदल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे
बीजागढ़,गोठानीया,बोकरास,भागसूर,रानीपुरा बड़वानी,मोरानी,पलसूद,निवाली, जामनिया, कछुआ, नागलवाड़ी,भगवानपुरा, जामपाटी (सेंधवा), चाचरिया, भामी,सजवानी,बोम्या,धनोरा, चिकलिया,परमलिया फलिया (राजपुर), सिलदड़ (सेंधवा), ठान ,बालवाड़ी, तलाईपुरा (हरिबड़), खुरमुरा ( चाचरीया), बघाड़ (राजपुर) आदि गांवों से
52 से ज्यादा डोल एवं मांदल की टीम ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जिसमें प्रथम पुरस्कार ₹10000 एवं तृतीय पुरस्कार ₹5000 रखा गया था!
जैसे जैसे सूरज अपनी तेस मे आता गया संस्कृति और उत्साह का यह पर्व अपनी परवानगी पर चढ़ता गया और अपनी पारंपरिक वेशभूषा में युवक और युवतियां भी बड़ी संख्या में पहुंचने लगे जिनको देखने के लिए नगर सहित आसपास के लोग भी शामिल हुए!
जिसमे प्रथम पुरस्कार “भाया सरपंच गोठानीया” को दिया! तो वही द्वितीय पुरस्कार .”हीरालाल पटेल आछली (सेंधवा)” की टीम को दिया गया!
इस दोरान वहा सर्व आदिवासी समाज एवम अन्य समाजजन उपस्थित थे!